उरी में भारतीय सेना पर हमले के बाद देश में पाकिस्तान को ललकारते हुए वर्दी पहने एक जवान का वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
सोशल नेटवर्किंग साइट पर तेजी से वायरल हो रहा यह वीडियों जैसे जैसे लोगों के बीच लोकप्रिय हो रहा है, उसको देखते हुए मीडिया भी सक्रिय हुआ और उसने इसे गाने वाले जवान को खोज निकाला.
बस में अपने साथियों के बीच इसको गाने वाला हिमाचल पुलिस जवान मनोज ठाकुर है. लेकिन इसे ओजपूर्ण गीत को लिखा किसने हैं – इसके बारे में न तो मनोज जानते है और न ही उस शख्स के बारे में मीडिया को ही कुछ मालूम है.
इस बार अगर युद्ध हुआ तो कश्मीर तो होगा लेकिन पाकिस्तान का नामों निशान नहीं होगा – गाने वाले से जब इस गाने को लेकर पूछा गया तो उनका कहना था कि वे गीत उनका नहीं है और न ही वे जानते कि इसको किसने लिखा है.
चलिए हम बताते हैं कि मनोज के जिस वीडियों ने पूर देश में उफान ला दिया है उसको लिखा किसने है. उसको लिखने वाले शख्स का नाम है प्रो राजवीर सिंह क्रांतिकारी. राजवीर सिंह क्रांतिकारी एक कवि हैं. कविता लिखना और गाना उनका पेशा नहीं बल्कि शौक है.
राजवीर सिंह क्रांतिकारी उत्तर प्रदेश के अमरोहा के हिंदू कालेज में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर रहे हैं और रिटायर्ड होने के बाद दिल्ली के पास गाजियाबाद में रह रहे हैं.
काफी पहले लिखी इस कविता को लिखने के पीछे राजवीर सिंह क्रांतिकारी का उद्देश्य है कि भारत के युवाओं में देश के प्रति प्रेम की भावना का संचार हो. करगिल युद्ध के दौरान उनकी इस कविता को काफी सराहा गया था. साथ ही हम आपको बता दे कि राजवीर सिंह क्रांतिकारी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के बहुत बडे़ प्रशंसक हैं. नेताजी को लेकर भी उन्होंने कई ओजपूर्ण कविताएं लिखी हैं.
यह वीडियों करगिल विजय दिवस के अवसर पर 26 जुलाई को यू-ट्यूब पर अपलोड हुआ था.
हाल ही में जब कश्मीर के उरी में सेना कैंप पर आतंकी हमला हुआ और उसमें आतंकियों से लड़ते वक्त देश के 18 जवान शहीद हो गए तो मनोज का ये वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया.
बता दे कि मनोज को स्वयं भी कविता लिखने का शौक है.
बहराल, वीडियो में पाकिस्तान को ललकारने वाले हिमाचल प्रदेश के जवान मनोज देश के कोने कोने में लोकप्रिय हो चुके हैं. मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट के रहने वाले मनोज राज्य की छठी आईआरबी बटालियन में हेड कांस्टेबल हैं और अभी किन्नौर में तैनात हैं.
सबसे बड़ी बात यह है मैं इनके भतीजे के रूप में जाना जाता हूँ. अर्थात मेरे पूज्य पिताजी आचार्य जगदीश आर्य प्रसिद्ध देह्दानी राष्ट्रीय कवि के धर्म भाई है क्रांतिकारी जी
~~प्रवीण आर्य
यदि आप में से कोई भी नवांकुर कार्यक्रम में काव्य -पाठ करना चाहता हे तो आप हमसे निसंकोच हमारे वॉट्सएप्प नम्बर 9711182183 ( पर संपर्क करे अथवा यहां क्लिक करके अपनी सदस्यता हमें बता सकते हे हम जल्द आपसे सम्पर्क करेंगे सभी एपिसोड का वीडियो और कविता सुनने के लिए यहां क्लिक करे। और हमारी एंड्राइड ऍप डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करे जिससे हमारे आनेवाले एपिसोड को आप ऍप में फ्री देख सकते हे

0 Comments